Category : शख्सियत
23 जून 1757 मे ‘प्लासी’ युद्ध मे अंग्रेज़ो के सामने मुगल नवाबो की दुर्बलता के कारण भारत मे गुलामी की नीव का ‘सत्यनामा’
नमस्कार , 1857 की क्रान्ति से पहले 23 जून 1757 मे हुआ भारत के पहले युद्ध का ‘सत्यनामा’ भारत मे प्लासी का पहला युद्ध 23 जून 1757 को मुर्शिदाबाद के दक्षिण में 22 मील दूर नदिया जिले में भागीरथी नदी के किनारे ‘प्लासी’ नामक स्थान में हुआ था। इस युद्ध में......
‘नरेंद्र दामोदरदास मोदी’ बचपन मे चाई बेचनेसे प्रधानमंत्री तक का ‘मोदीनामा’
नमस्कार , नरेन्द्र भाई दामोदरदास मोदी, जन्म:- सितम्बर 17, 1950 वड्नगर [गुजरात] वडनगर के एक गुजराती परिवार में जन्म हुआ , नरेंद्र ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ वर्ष की आयु में वे......
Astro Hanumant-आचार्यश्री भावेश भाई गुरुजी कथा,पूजा,ज्योतिषशास्त्री ‘सत्यनामा’
Astro_Hanumant Acharyashri bhavsh bhai guruji Acharyas and gurus like Acharya Bhavesh Bhai Guruji play a vital role in guiding individuals on their spiritual journeys. They may offer teachings on meditation, yoga, scripture, and the pursuit of self-realization. Bhagavat Katha: Bhagavat Katha is a traditional Hindu religious discourse or storytelling event......
मुंबई को सिर्फ 10 पाउंड मे भाड़े से दे दिया था | जानिए किसने बेचा था “मुंबई “?
नमस्कार , मुंबई का “सत्यनामा’ 23 जून 1661 मुंबई के लिए अति महत्व का दिन इस लिए है की ब्रिटेन के राजा चार्ल्स [दूसरे] और पोर्तुगल के राजा आल्फ़ोंसस......
The Monk Who Sold His Ferrari, best in best motivation person book
I am a beacon of love and compassion: Just like a Buddhist monk, I radiate love, compassion, and peace towards myself and others. This inner light guides my actions and interactions, creating a positive and harmonious life. Time is my ally, not my enemy: I embrace the slow life approach,......
विनायक दामोदर सावरकर [ 1883-1966 ] आज़ादी के दीवाने “वीर सावरकर”
नमस्कार, विनायक दामोदर सावरकर (1883-1966) वीर सावरकर के नाम से प्रसिद्ध विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 1883 में नासिक के निकट भगुर गांव में एक मध्यमवर्गीय चितपावन ब्राह्मण परिवार में हुआ था। दस साल की उम्र में विनायक ने मराठी की चौथी कक्षा उत्तीर्ण की। 1895 में उन्होंने......
महात्मा गांधी के विरुद्ध भारत का पहेला मुकदमा-जेल 1922 मुख्य न्यायाधीश शेलत की कलम से ….
नमस्कार, महात्मा गांधी का मुकदमा (1922) महात्मा गांधी और यंग इंडिया के प्रकाशक शंकरलाल बैंकर पर एक साथ मुकदमा चलाया गया और एक साथ सजा सुनाई गई। 1922 में, उन्हें ‘यंग इंडिया’ में चार ब्रिटिश विरोधी भड़काऊ लेख लिखने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए......
भारत मे गुप्त सम्राटों का शासनकाल “एक गुप्त युग” का ‘सत्यनामा’
नमस्कार, गुप्त साम्राज्य के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य | गुप्त वंश के शासकों ने परमेश्वर, सम्राट, परमभट्टरका, महाराजाधिराज जैसी भव्य उपाधियाँ धारण कीं। गुप्त काल में अश्वमेध एक सामान्य प्रथा थी। गुप्त प्रशासन प्रकृति में अर्ध सामंती विकेन्द्रीकृत था। अधिकांश गुप्त शासक वैष्णववादी थे गुप्त काल को विभिन्न क्षेत्रों में......
में परमवीर चक्र पाना चाहता हु| करगिल शहीद केप्टन मनोज कुमार पांडे की शहीदी का ‘सत्यनामा’ 3 जुलाई 1999
नमस्कार, में परमवीर चक्र पाना चाहता हु | लेफ़्टेनेंट मनोज कुमार पाण्डे कैप्टन मनोज कुमार पांडेय (25 जून 1975, सीतापुर, उत्तर प्रदेश — 3 जुलाई 1999, कश्मीर), भारतीय सेना के अधिकारी थे जिन्हें सन १९९९ के करगिल युद्ध में असाधारण वीरता के लिए मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च वीरता पदक परमवीर चक्र से सम्मानित......
तू कही आसपास है | पद्मश्री महम्मद रफ़ी स्वरांजली 31 जुलाई का “रफ़ीनामा”
नमस्कार , ‘रफ़ी’ साहब आज भी उनकी आवाज़ के जरिये हमारे बीच ही है | ‘महम्मद रफ़ी’ एक फ़नकार ही नहीं है , एक नाम ही नहीं है , एक ऐसा नाम एक ऐसे फनकार जिनकी बरोबरी आज भी कोई नहीं कर शकता है | ‘रफ़ी’ साहब उस......
“या तो में तिरंगा फहराकर आऊँगा , या तो में तिरंगे मे लिपटकर आऊँगा” केप्टन विक्रम बत्रा 26 जुलाई करगिल विजय दिवस,
नमस्कार , 26 जुलाई कारगिल विजय दिवस, 1999 के कारगिल युद्ध मे भारत के 527 योद्धाओको हमने खोया है , जाबाज़ सिपाही ही होते है वो हर लड़ाई मे देखते है , यहा हमारे 527 शहीद योद्धाओकी वीरगति का इतिहास एक ही शृंखला मे कह नहीं पाएंगे......
रग रग हिन्दू ,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जीवन का ‘सत्यनामा’
अटल बिहारी वाजपेयी [25 दिसंबर 1924 – 16 अगस्त 2018) भारत के तीन बार के प्रधानमंत्री थे। वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक, तथा फिर 1998 में और फिर19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे हिंदी कवि, पत्रकार व......
चंद्रयान -3 भारत का सपना PM मोदी का सपना 14 जुलाई का ‘चंद्रनामा’ |
नमस्कार, चंद्रयान मिशन का ‘सत्यनामा’ अगस्त 2012 से 14 जुलाई 2023 चन्द्रयान (अथवा चंद्रयान-१) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम के अंतर्गत द्वारा चंद्रमा की तरफ कूच करने वाला भारत का पहला अंतरिक्ष यान था। इस अभियान के अन्तर्गत एक मानवरहित यान को २२ अक्टूबर, २००८ को चन्द्रमा पर भेजा गया और यह ३०......
भारत का सबसे शक्तिशाली योद्धा और बुद्ध के बाद के बुद्ध सम्राटअशोक का ‘सत्यनामा’
नमस्कार, चक्रवती सम्राट अशोक के जीवन का ‘सत्यनामा’ सम्राट अशोक (ईसा पूर्व 304 से ईसा पूर्व 232) विश्वप्रसिद्ध एवं शक्तिशाली भारतीय मौर्य राजवंश के महान सम्राट थे। अशोक बौद्ध धर्म के सबसे प्रतापी राजा थे। सम्राट अशोक का पूरा नाम देवानांप्रिय अशोक (राजा प्रियदर्शी देवताओं का प्रिय) था। उनका राजकाल ईसा......
भारत का एक ही ‘रतन’ रतन टाटा का ऐतिहासिक ‘सत्यनामा’
नमस्कार, रतन टाटा – नाम ही काफी है | भारत का असली ‘रतन’ इसे और कोई रत्न की आवश्यकता नहीं है रतन टाटा (28 दिसंबर 1937, को मुम्बई, में जन्मे) टाटा समुह के पूर्व अध्यक्ष, जो भारत की सबसे बड़ी व्यापारिक समूह है, जिसकी स्थापना जमशेदजी टाटा ने की और उनके परिवार की पीढियों ने इसका विस्तार......
भारतीय अभिमान महानायक मेजर ध्यानचंद विश्व के सर्वश्रेष्ठ हॉकी प्लेयर का ‘सत्यनामा’ 1928 to 1949
नमस्कार, भारतीय हॉकी खेल के महानायक हॉकी के जादूगर का ‘सत्यनामा’ ध्यान चंद भारतीय फील्ड हॉकी के भूतपूर्व खिलाड़ी एवं कप्तान थे। भारत एवं विश्व हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में उनकी गिनती होती है।उनका जन्म एक क्षत्रिय परिवारमें हुआ थावे तीन बार ओलम्पिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे......
अर्जुन [सहष्त्रार्जुन] वध का ‘सत्यनामा’ श्री ब्रह्मांडपुराण अध्याय 40 ||
नमस्कार, श्री कार्तवीर्य अर्जुन (संस्कृत: अर्जुन), सहस्रबाहु अर्जुन या श्री सहस्रार्जुन के रूप में भी जाने जाते है, पुराणों के अनुसार वो भगवान विष्णु के मानस प्रपुत्र तथा भगवान सुदर्शन का स्वयंअवतार है।[4][5] पुराणों के अनुसार, उन्होंने सात महाद्वीपों (कुछ ग्रंथों के अनुसार ब्रह्मांड) पर विजय प्राप्त की और अपनी राजधानी माहिष्मती से 85 हजार वर्षों तक शासन किया।[6][7][8] उनके अधिकृत......
मोहनचंद गांधी [मोनियो] का बाल विवाह, खुद की कलम से [सत्य के प्रयोग]
नमस्कार, मोहनचंद गांधी ‘मोनिया’ का बाल विवाह काठियावाड़ में विवाह का अर्थ लग्न है, सगाई नहीं| दो बालकों को ब्याहने के लिए मां-बाप के बीच होने वाला करार सगाई है| सगाई टूट सकती है| सगाई के रहते वर यदि मर जाए तो कन्या विधवा नहीं होती| सगाई......
नारी के वस्त्र अलंकार और श्रुंगार रस का ‘सत्यनामा’
नमस्कार, नारी वस्त्र और अलंकार जैसे पैरों और पैरों में नाक और नाखूनों की लय हो गई है, वैसे ही कपड़ों और गहनों के रंग में भी वही लय आ गई है। कभी नारंगी, कभी धूसर, कभी पीला और कभी नीला, प्रकृति के रंगों की पृष्ठभूमि......