Category : देश

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रग रग हिन्दू ,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जीवन का ‘सत्यनामा’

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अटल बिहारी वाजपेयी          [25 दिसंबर 1924 – 16 अगस्त 2018) भारत के तीन बार के प्रधानमंत्री थे। वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक, तथा फिर 1998 में और फिर19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे हिंदी कवि, पत्रकार व......
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चंद्रयान -3 भारत का सपना PM मोदी का सपना 14 जुलाई का ‘चंद्रनामा’ |

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नमस्कार,    चंद्रयान मिशन का ‘सत्यनामा’ अगस्त 2012 से 14 जुलाई 2023        चन्द्रयान (अथवा चंद्रयान-१) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम के अंतर्गत द्वारा चंद्रमा की तरफ कूच करने वाला भारत का पहला अंतरिक्ष यान था। इस अभियान के अन्तर्गत एक मानवरहित यान को २२ अक्टूबर, २००८ को चन्द्रमा पर भेजा गया और यह ३०......
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भारत का सबसे शक्तिशाली योद्धा और बुद्ध के बाद के बुद्ध सम्राटअशोक का ‘सत्यनामा’

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सम्राट अशोकनामा
नमस्कार, चक्रवती सम्राट अशोक के जीवन का ‘सत्यनामा’          सम्राट अशोक (ईसा पूर्व 304 से ईसा पूर्व 232) विश्वप्रसिद्ध एवं शक्तिशाली भारतीय मौर्य राजवंश के महान सम्राट थे। अशोक बौद्ध धर्म के सबसे प्रतापी राजा थे। सम्राट अशोक का पूरा नाम देवानांप्रिय अशोक (राजा प्रियदर्शी देवताओं का प्रिय) था। उनका राजकाल ईसा......
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भूमिपुत्र मंगलग्रह और हम , मंगल के सनातनी सत्य का “सत्यनामा”

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नमस्कार, प्रिय मांगक का मंगलनामा……….   भारतीय ज्योतिष में मंगलइसी नाम के ग्रह के लिये प्रयोग किया जाता है। इस ग्रह को अंगारक (यानि अंगारे जैसा रक्त वर्ण), भौम (यानि भूमि पुत्र)भी कहा जाता है। मंगल युद्ध का देवता कहलाता है और कुंवारा है। यह ग्रह मेष एवं वृश्चिक राशियों का स्वामी कहलाता है। मंगल रुचक महापुरुष योग या मनोगत......
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भारत का एक ही ‘रतन’ रतन टाटा का ऐतिहासिक ‘सत्यनामा’

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नमस्कार, रतन  टाटा – नाम ही काफी है | भारत का असली ‘रतन’ इसे और कोई रत्न की आवश्यकता नहीं है          रतन टाटा (28 दिसंबर 1937, को मुम्बई, में जन्मे) टाटा समुह के पूर्व अध्यक्ष, जो भारत की सबसे बड़ी व्यापारिक समूह है, जिसकी स्थापना जमशेदजी टाटा ने की और उनके परिवार की पीढियों ने इसका विस्तार......
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भारतीय अभिमान महानायक मेजर ध्यानचंद विश्व के सर्वश्रेष्ठ हॉकी प्लेयर का ‘सत्यनामा’ 1928 to 1949

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नमस्कार, भारतीय हॉकी खेल के महानायक हॉकी के जादूगर का  ‘सत्यनामा’       ध्यान चंद भारतीय फील्ड हॉकी के भूतपूर्व खिलाड़ी एवं कप्तान थे। भारत एवं विश्व हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में उनकी गिनती होती है।उनका जन्म एक क्षत्रिय परिवारमें हुआ थावे तीन बार ओलम्पिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे......
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21 जून विश्व योग दिन का इतिहास ,योग दिन का ‘सत्यनामा’

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नमस्कार, विश्व योग दिवस की शुभकामनाए  योग का इतिहास                                        मोहनजोदड़ो-हड़प्पा से प्राप्त मुहर में योगमुद्रा मुख्य लेख: योग का इतिहास      वैदिक संहिताओं के अंतर्गत तपस्वियों तपस (संस्कृत) के बारे में ((कल | ब्राह्मण))......
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मनुष्य की उत्त्पती और विकास का ‘सत्यनामा’ प्राचीन पाषाण युग का प्रमाण |

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पृथ्वी पर मनुष्य की उत्त्पती का इतिहास
नमस्कार, मनुष्य की उत्पत्ति और विकास: प्राचीन पाषाण युग | मानव जाति के अफ्रीकी पूर्वज      पृथ्वी चार अरब साठ करोड़ वर्ष से अधिक पुरानी है। इसकी परत के विकास से चार अवस्थाएँ प्रकट होती हैं। चौथे चरण को चतुर्धातुक कहा जाता है, जिसके दो भाग हैं, प्लेइस्टोसिन और......
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नारी के वस्त्र अलंकार और श्रुंगार रस का ‘सत्यनामा’

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नारी श्रुंगार रस
नमस्कार,   नारी वस्त्र और अलंकार         जैसे पैरों और पैरों में नाक और नाखूनों की लय हो गई है, वैसे ही कपड़ों और गहनों के रंग में भी वही लय आ गई है। कभी नारंगी, कभी धूसर, कभी पीला और कभी नीला, प्रकृति के रंगों की पृष्ठभूमि......
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श्री महर्षि अरविंद 1872-1950 एक रास्ट्रप्रेमी

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श्री महर्षि अरविंद
 नमस्कार , श्री अरविंद  अरबिंदो (अरबिंदो घोष) श्रीका जन्म 15 अगस्त, 1872 को काला में हुआ था। उनके पिता कृष्णधन घोष पश्चिम बंगाल के कोन्नानगर के प्रसिद्ध घोष परिवार से थे। जब अरविंद केवल सात वर्ष के थे, तब वे अपने दो बड़े भाइयों, बिनयभूषण और मनमोहन को अपने साथ इंग्लैंड......
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बालगंगाधर तिलक 1857-1920 एक क्रांतिकारी

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बलगंगाधर तिलक स्वतन्त्रता सेनानी 1857
 नमस्कार, बाल गंगाधर तिलक (1857-1920)     बाल गंगाधर तिलक एक प्रसिद्ध राष्ट्रीय नेता और एक सुशिक्षित विद्वान थे। उनका जन्म रत्नागिरी में एक मराठा ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने रक्कन कॉलेज में शिक्षा प्राप्त की और कानून की डिग्री हासिल की। फर्ग्यूसन कॉलेज के प्रायोजक बन गए और......
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सुरेन्द्रनाथ बेनर्जी 1848-1925-[1876 मे भारतीय संघकी स्थापना की थी |]

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सुरेन्द्रनाथ बेनर्जी
   नमस्कार,   सुरेंद्रनाथ बनर्जी (1848-1925)     सुरेंद्रनाथ बनर्जी का जन्म 10 नवंबर, 1848 को कलकत्ता के एक प्रमुख ब्राह्मण परिवार में हुआ था। सुरेंद्रनाथ ने अपनी स्कूली शिक्षा पैतृक शैक्षणिक संस्थान में प्राप्त की जहाँ कई एंग्लो-इंडियन लड़कों ने भाग लिया। 1868 में कला विश्वविद्यालय से स्नातक की......
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बहादुरशाह ज़फर 1775-1862 सिर्फ एक लाख मासिक वेतन के हकदार थे |

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बहादुर शाह जफर
   नमस्कार, बहादुर शाह जफर (1775-1862)      1526 में दिल्ली में बाबर द्वारा स्थापित मुगल वंश का अंतिम शासक राजा अकबर द्वितीय का पुत्र अबू जफर था। गद्दी संभालने के बाद उसका नाम अबू जाफर मुहम्मद सरजुद्दीन बहादुरशाह गाजी था। जफर, उन्हें शायर के नाम से जाना जाता था।......
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शेख मुहम्मद अब्दुल्लाह [कश्मीर] 1905-1982, [15 साल 7 महीने और 5 दिन की अवधि में उन्हें नौ बार जेल की सजा हुई थी।]

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शेख मुहम्मद अब्दुल्लाह
   नमस्कार , शेख मुहम्मद अब्दुल्ला (1905-1982)      शेख मुहम्मद अब्दुल्ला का जन्म 5 दिसंबर, 1905 को श्रीनगर के एक उपनगर सौरा में हुआ था। उनके जन्म से एक पखवाड़े पहले, उनके पिता की मृत्यु हो गई, उनके पीछे छह बेटे और दो बेटे थे। उनका परिवार पश्मी शॉल......
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बॉम्बे-बम्बई-मुंबई-माहिष्कावती के नाम का ‘सत्यनामा’ | मुंबई की बस्ती सिर्फ 10 हज़ार थी,

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गुजरात के राजा भीमदेव सोलंकी जिसने माहिम को बसाया था
नमस्कार ,  मुंबई से पहले ‘माहिम’ माहिम से पहले ‘माहिष्कावती’ माँ अम्बा आई        माहिम नाम से तो भारत के सभी लोग परिचित ही होंगे | क्यो की माहिम ही ‘बॉम्बे’-‘बम्बई’-‘मुम्बई’ को जन्म देने वाला नाम है ,वो भी अपभ्रंश हुआ है ,असल मे माहिम का नाम “गुजरात......
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निर्वस्त्र नदीसे बाहर आनेके लिए श्रीकृष्ण ने गोपियो को क्यो कहा ?| वृन्दावन की गोपीओका ‘गोपीनामा’? |

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श्रीकृष्ण ने गोपीओके वस्त्र क्यो चुराये थे ?
नमस्कार ,  श्री कृष्ण लीला वृन्दावन          वृंदावन की कुमारिया तो पहले से ही कृष्ण के सौंदर्य के प्रति आकृष्ट थी| वे हेमंत ऋतु [शीत ऋतु के पूर्व] के प्रारंभ में देवी दुर्गा का पूजन किया करती थी|  हेमंत का पहला मास अग्रहायण [अक्तूम्बर -नवंबर] है और......
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परशुराम द्वारा 21 बार क्षत्रिय वध का संपूर्ण वर्णन ‘सत्य की शोध’ मे पहली बार

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नमस्कार ,                     परशुराम ने 21 बार क्षत्रियो का वध -विनास किया था  गुरु वशिष्ट ने कहा कि जब 12 वर्ष तपस्या करने के बाद परशुराम घर लौटे तो उन्होंने मार्ग में जाते हुए मुनियों से आदि से लेकर अंत तक......
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सरदार वल्लभभाई पटेल की चिट्ठी [આપણી જીત ની ચાવી] पुत्री मणि बहन को १२/१२/१९३८ वर्धा से

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नमस्कार ,                                                  આપણી જીતની ચાવી                                                                                                                                             વર્ધા                                                                                                                              તા.૧૨.12.૧૯૩૮       ચી. મણી બહેન,               વર્કિંગ કમિટી ચાલતી હોવાથી હું અહીં બે ત્રણ દિવસથી આવ્યો છું.           તમારી ખબર રોજ......
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भारत पर सिकंदर के आक्रमण का ‘सत्यनामा’ पहली बार ‘सत्य की शोध’ मे एलेक्षजेंडर और सिकंदर एक ही है |

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        सिकंदर-एलेक्षजेंडर  का आक्रमण           यूनानी और ईरानी ने दुनिया में सर्व शक्तिमान बनने के लिए  इसवी सन पूर्व चौथी शताब्दी में लड़ पड़े| मेसिडोनिया के सिकंदर के नेतृत्व में, यूनानीयों ने अंततः  ईरानी साम्राज्य को नष्ट कर दिया|  सिकंदर ने न केवल......
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भारत वर्ष का संपूर्ण वर्णन पहली बार ‘सत्य की शोध’ मे भारत का ‘सत्यनामा’ भाग-१

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नमस्कार ,             यह भारतवर्ष शुभ और अशुभ फल का उदय करने वाला मध्यम चित्र है| जो समुद्र के उत्तर और हिमवन [हिमालय पर्वत]  के दक्षिण की ओर है, वह देश भारत देश है, जहां यह भारतीय प्रजा है| प्रजाओ का भरण [पालन- पोषण] करने के कारण भरत मनु कह......

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