नारी के वस्त्र अलंकार और श्रुंगार रस का ‘सत्यनामा’
नमस्कार, नारी वस्त्र और अलंकार जैसे पैरों और पैरों में नाक और नाखूनों की लय हो गई है, वैसे ही कपड़ों और गहनों के रंग में भी वही लय आ गई है। कभी नारंगी, कभी धूसर, कभी पीला और कभी नीला, प्रकृति के रंगों की पृष्ठभूमि......