परमात्मा ‘शिव’ द्वारा सृष्टि के वर्णन का ‘सत्यनामा’
नमस्कार, सृष्टि का वर्णन विभिन्न पुष्पो ,अन्नों,तथा जल आदिकी धाराओसे शिवजीकी पूजा का माहात्म्य शिवपुराण [अध्याय-14] का वर्णन करके नारदजी के पुछने पर ब्रहमाजी बोले … मूने !… हमें पूर्वोक्त आदेश देकर जब महादेव जी अंतर्धान हो गए, तब उनकी आज्ञा का पालन......