Category : इतिहास

Blogआज का सत्यआज़ादी के दीवानेइतिहासक्रांतिकारीदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशख्सियत

28 sep.शहीद भगतसिंह आज़ादी के दीवाने का जन्मदिन और उनका पहला का मुक़दमा ,शहीद भगत सिंह,सुखदेव,राजगुरु…आजादी के दीवाने 23 मार्च 1931

narendra vala
आज़ादी के दीवाने
जय हिन्द -वंदेमातरम              हिंदुस्तान की आज़ादी के दीवाने ऐसे ही दीवाने नहीं हुए थे , इनके पीछे अंग्रेज़ो के ब्रिटिश शाशकों द्वारा हुए राजकीय दमन मुख्य आधारभूत कारण है | अंग्रेज़ो की नीति तय थी की जो भी आज़ादी की आवाज़ उठाए , उनकी......
Blogआज़ादी के दीवानेइतिहासक्रांतिकारीदेशशख्सियत

विनायक दामोदर सावरकर [ 1883-1966 ] आज़ादी के दीवाने “वीर सावरकर”

narendra vala
वीर सावरकर आज़ादी के दीवाने
नमस्कार,  विनायक दामोदर सावरकर (1883-1966)     वीर सावरकर के नाम से प्रसिद्ध विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 1883 में नासिक के निकट भगुर गांव में एक मध्यमवर्गीय चितपावन ब्राह्मण परिवार में हुआ था। दस साल की उम्र में विनायक ने मराठी की चौथी कक्षा उत्तीर्ण की। 1895 में उन्होंने......
Blogइतिहासदेशधर्मप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़साहित्य

ब्रह्माजी के 20 सत्य नाम ऋग्वेद से भी पहेले का “सत्यनामा” |

narendra vala
नमस्कार, ब्रहमाजी के सत्य 20 नाम जिसका प्रमाण ऋग्वेद की रचना से भी पहेले अमरकोश मे मिलता है |...
Blogआज़ादी के दीवानेइतिहासक्रांतिकारीदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशख्सियत

महात्मा गांधी के विरुद्ध भारत का पहेला मुकदमा-जेल 1922 मुख्य न्यायाधीश शेलत की कलम से ….

narendra vala
गांधी का पहेला अपराध और जेल
नमस्कार, महात्मा गांधी का मुकदमा  (1922)       महात्मा गांधी और यंग इंडिया के प्रकाशक शंकरलाल बैंकर पर एक साथ मुकदमा चलाया गया और एक साथ सजा सुनाई गई। 1922 में, उन्हें ‘यंग इंडिया’ में चार ब्रिटिश विरोधी भड़काऊ लेख लिखने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए......
Blogइतिहासदेशप्रदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिविदेशशख्सियतसाहित्य

भारत मे गुप्त सम्राटों का शासनकाल “एक गुप्त युग” का ‘सत्यनामा’

narendra vala
गुप्त साम्राज्य
नमस्कार, गुप्त साम्राज्य के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य |  गुप्त वंश के शासकों ने परमेश्वर, सम्राट, परमभट्टरका, महाराजाधिराज जैसी भव्य उपाधियाँ धारण कीं। गुप्त काल में अश्वमेध एक सामान्य प्रथा थी। गुप्त प्रशासन प्रकृति में अर्ध सामंती विकेन्द्रीकृत था। अधिकांश गुप्त शासक वैष्णववादी थे गुप्त काल को विभिन्न क्षेत्रों में......
Blogइतिहासधर्मधर्मसाहित्य

भारत मे ऋग्वेदिक काल की संस्कृति का ‘सत्यनामा’ पहली बार ‘सत्य की शोध’ मे प्रमाण के साथ |

narendra vala
नमस्कार ,                                                                                                ......
Blogइतिहासदेशधर्मब्रेकिंग न्यूज़साहित्य

भगवान श्रीकृष्ण की १६ हजार पत्निया और उनके संतानों के नाम पहली बार ‘सत्य की शोध’ का ‘सत्यनामा’

narendra vala
 नमस्कार ,          श्रीकृष्ण और उनकी पत्नीया और संतानों के नाम        भगवान श्री कृष्ण लीलापुरुषोत्तम की 16108 पत्नियां थी, प्रत्येक पत्नीसे उन्होंने 10-10 पुत्र प्राप्त किए थे| वे समस्त पुत्र शक्ति, सौंदर्य, बुद्धि, यश, संपत्ति और त्याग के ऐश्वर्यो में अपने पिता के समान......
Blogआज का सत्यआज़ादी के दीवानेइतिहासक्रांतिकारीदेशधर्मप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़शख्सियत

में परमवीर चक्र पाना चाहता हु| करगिल शहीद केप्टन मनोज कुमार पांडे की शहीदी का ‘सत्यनामा’ 3 जुलाई 1999

narendra vala
करगिल युद्ध 1999 शहीद केप्टन मनोज पाण्डे
नमस्कार,  में परमवीर चक्र पाना चाहता हु | लेफ़्टेनेंट मनोज कुमार पाण्डे       कैप्टन मनोज कुमार पांडेय (25 जून 1975, सीतापुर, उत्तर प्रदेश — 3 जुलाई 1999, कश्मीर), भारतीय सेना के अधिकारी थे जिन्हें सन १९९९ के करगिल युद्ध में असाधारण वीरता के लिए मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च वीरता पदक परमवीर चक्र से सम्मानित......
Blogआज का सत्यइतिहासदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़मनोरंजनलाइफस्टाइलशख्सियतसाहित्य

तू कही आसपास है | पद्मश्री महम्मद रफ़ी स्वरांजली 31 जुलाई का “रफ़ीनामा”

narendra vala
पद्मश्री महम्मद रफी
नमस्कार , ‘रफ़ी’ साहब आज भी उनकी आवाज़ के जरिये हमारे बीच ही है |       ‘महम्मद रफ़ी’  एक फ़नकार ही नहीं है , एक नाम ही नहीं है , एक ऐसा नाम एक ऐसे फनकार जिनकी बरोबरी आज भी कोई नहीं कर शकता है | ‘रफ़ी’ साहब उस......
Blogआज का सत्यआज़ादी के दीवानेइतिहासक्रांतिकारीदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़शख्सियतसाहित्य

“या तो में तिरंगा फहराकर आऊँगा , या तो में तिरंगे मे लिपटकर आऊँगा” केप्टन विक्रम बत्रा 26 जुलाई करगिल विजय दिवस,

narendra vala
नमस्कार , 26 जुलाई कारगिल विजय दिवस,       1999 के कारगिल युद्ध मे भारत के 527 योद्धाओको हमने खोया है , जाबाज़ सिपाही ही होते है वो हर लड़ाई मे देखते है , यहा हमारे 527 शहीद योद्धाओकी वीरगति का इतिहास एक ही शृंखला मे कह नहीं पाएंगे......
BlogE-paperइतिहासप्रदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़मनोरंजनलाइफस्टाइलविदेश

अखंड भारत के खंडित,मलेशिया-थाइलेंड-सिंगापूर-इन्डोनेशिया-कंबोडिया-विएतनाम का ‘सत्यनामा’

narendra vala
नमस्कार, अखंड भारत के स्वर्ग समान देशो का ‘सत्यनामा’ #मलेशिया :        वर्तमान के मुख्‍य 4 देश मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, वियतनाम और कंबोडिया प्राचीन भारत के मलय प्रायद्वीप के जनपद हुआ करते थे। मलय प्रायद्वीप का दक्षिणी भाग मलेशिया देश के नाम से जाना जाता है। इसके उत्तर......
BlogE-paperइतिहासक्रांतिकारीदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशख्सियत

रग रग हिन्दू ,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जीवन का ‘सत्यनामा’

narendra vala
अटल बिहारी वाजपेयी          [25 दिसंबर 1924 – 16 अगस्त 2018) भारत के तीन बार के प्रधानमंत्री थे। वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक, तथा फिर 1998 में और फिर19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे हिंदी कवि, पत्रकार व......
BlogE-paperआज का सत्यइतिहासदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़शख्सियत

चंद्रयान -3 भारत का सपना PM मोदी का सपना 14 जुलाई का ‘चंद्रनामा’ |

narendra vala
नमस्कार,    चंद्रयान मिशन का ‘सत्यनामा’ अगस्त 2012 से 14 जुलाई 2023        चन्द्रयान (अथवा चंद्रयान-१) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम के अंतर्गत द्वारा चंद्रमा की तरफ कूच करने वाला भारत का पहला अंतरिक्ष यान था। इस अभियान के अन्तर्गत एक मानवरहित यान को २२ अक्टूबर, २००८ को चन्द्रमा पर भेजा गया और यह ३०......
Blogइतिहासदेशधर्मधर्म-साहित्यप्रदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़शख्सियतसाहित्य

भारत का सबसे शक्तिशाली योद्धा और बुद्ध के बाद के बुद्ध सम्राटअशोक का ‘सत्यनामा’

narendra vala
सम्राट अशोकनामा
नमस्कार, चक्रवती सम्राट अशोक के जीवन का ‘सत्यनामा’          सम्राट अशोक (ईसा पूर्व 304 से ईसा पूर्व 232) विश्वप्रसिद्ध एवं शक्तिशाली भारतीय मौर्य राजवंश के महान सम्राट थे। अशोक बौद्ध धर्म के सबसे प्रतापी राजा थे। सम्राट अशोक का पूरा नाम देवानांप्रिय अशोक (राजा प्रियदर्शी देवताओं का प्रिय) था। उनका राजकाल ईसा......
Blogइतिहासक्रांतिकारीदेशराजनीतिलाइफस्टाइलशख्सियत

‘नरेंद्र दामोदरदास मोदी’ बचपन मे चाई बेचनेसे प्रधानमंत्री तक का ‘मोदीनामा’

narendra vala
नमस्कार ,      नरेन्द्र भाई दामोदरदास मोदी, जन्म:- सितम्बर 17, 1950 वड्नगर [गुजरात]      वडनगर के एक गुजराती परिवार में जन्म हुआ , नरेंद्र ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ वर्ष की आयु में वे......
Blogइतिहासदेशप्रेरणाबिज़नेसलाइफस्टाइलशख्सियत

भारत का एक ही ‘रतन’ रतन टाटा का ऐतिहासिक ‘सत्यनामा’

narendra vala
नमस्कार, रतन  टाटा – नाम ही काफी है | भारत का असली ‘रतन’ इसे और कोई रत्न की आवश्यकता नहीं है          रतन टाटा (28 दिसंबर 1937, को मुम्बई, में जन्मे) टाटा समुह के पूर्व अध्यक्ष, जो भारत की सबसे बड़ी व्यापारिक समूह है, जिसकी स्थापना जमशेदजी टाटा ने की और उनके परिवार की पीढियों ने इसका विस्तार......
Blogइतिहासखेलदेशप्रदेशप्रेरणालाइफस्टाइलशख्सियतसाहित्य

भारतीय अभिमान महानायक मेजर ध्यानचंद विश्व के सर्वश्रेष्ठ हॉकी प्लेयर का ‘सत्यनामा’ 1928 to 1949

narendra vala
नमस्कार, भारतीय हॉकी खेल के महानायक हॉकी के जादूगर का  ‘सत्यनामा’       ध्यान चंद भारतीय फील्ड हॉकी के भूतपूर्व खिलाड़ी एवं कप्तान थे। भारत एवं विश्व हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में उनकी गिनती होती है।उनका जन्म एक क्षत्रिय परिवारमें हुआ थावे तीन बार ओलम्पिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे......
Blogआज का सत्यइतिहासदेशधर्मप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़साहित्य

21 जून विश्व योग दिन का इतिहास ,योग दिन का ‘सत्यनामा’

narendra vala
नमस्कार, विश्व योग दिवस की शुभकामनाए  योग का इतिहास                                        मोहनजोदड़ो-हड़प्पा से प्राप्त मुहर में योगमुद्रा मुख्य लेख: योग का इतिहास      वैदिक संहिताओं के अंतर्गत तपस्वियों तपस (संस्कृत) के बारे में ((कल | ब्राह्मण))......
Blogइतिहासकहानियाँप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़शख्सियतसाहित्य

भाई-बहन के अटूट पवित्र प्यार के ज़िंदा मीनारे ‘एक सत्य घटना’

narendra vala
मुस्लिम भाई-बहन के पाक प्रेम की सत्य घटना
नमस्कार, भाई गोरामिया और बहन गोराबानु के पवित्र प्रेम की सत्य घटना ‘सत्य की शोध’ का “सत्यनामा”          अरूण ने सूरज के रथ के घोड़े को ऐसे उठा लिया है जैसे कोई पुरुष किसी नापसंद  स्त्री को धोखा देकर अपनी प्रेयसी से मिलने के लिए उतावला हो......
Blogइतिहासदेशप्रदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़लाइफस्टाइलसाहित्य

मनुष्य की उत्त्पती और विकास का ‘सत्यनामा’ प्राचीन पाषाण युग का प्रमाण |

narendra vala
पृथ्वी पर मनुष्य की उत्त्पती का इतिहास
नमस्कार, मनुष्य की उत्पत्ति और विकास: प्राचीन पाषाण युग | मानव जाति के अफ्रीकी पूर्वज      पृथ्वी चार अरब साठ करोड़ वर्ष से अधिक पुरानी है। इसकी परत के विकास से चार अवस्थाएँ प्रकट होती हैं। चौथे चरण को चतुर्धातुक कहा जाता है, जिसके दो भाग हैं, प्लेइस्टोसिन और......

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Privacy & Cookies Policy
error: Content is protected !!