Blogआज का सत्यधर्मधर्मप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़साहित्य

शिवलिंग की स्थापना ,उसके लक्षण और पूजनकी विधिका पूर्ण वर्णन ‘शिवपुराण’

narendra vala
शिवलिंग
नमस्कार , हर हर महादेव       शिवलिंग की स्थापना उसके लक्षण और पूजन की विधि का वर्णन तथा शिव पद की प्राप्ति कराने वाले सत्कर्म का विवेचन       शिवलिंग की स्थापना कैसे करनी चाहिए  ?  उसका लक्षण क्या है?  तथा उसकी पूजा कैसे करनी चाहिए, कि- काल में करनी चाहिए......
Blog

भारत के लाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को 17 सप्टेम्बर के जन्मदिन की शुभकामनाए ‘मोदिनामा’

narendra vala
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन्मदिन
नमस्कार ,      नरेन्द्र भाई दामोदरदास मोदी, जन्म:- सितम्बर 17, 1950 वड्नगर [गुजरात]      वडनगर के एक गुजराती परिवार में जन्म हुआ , नरेंद्र ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ वर्ष की आयु में वे......
Blog

हिन्द की आवाज़ है ‘हिन्दी’ 14 सप्टेम्बर ‘हिन्दी दिवस’ का ‘सत्यनामा’

narendra vala
हिन्दी दिवस
नमस्कार हिंदुस्तान के दिलोकी धड़कन रास्ट्रभाषा ‘हिन्दी’ दिवस        हिन्दी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है। 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने यह निर्णय लिया कि हिन्दी केन्द्र सरकार की आधिकारिक भाषा होगी। क्योंकि भारत मे अधिकतर क्षेत्रों में ज्यादातर हिन्दी भाषा बोली जाती थी इसलिए हिन्दी......
BlogE-paperधर्मधर्म-साहित्यप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़साहित्य

परमात्मा ‘शिव’ द्वारा सृष्टि के वर्णन का ‘सत्यनामा’

narendra vala
नमस्कार, सृष्टि का वर्णन       विभिन्न पुष्पो ,अन्नों,तथा जल आदिकी धाराओसे शिवजीकी पूजा का माहात्म्य शिवपुराण  [अध्याय-14] का वर्णन करके नारदजी के पुछने पर ब्रहमाजी बोले …          मूने !… हमें पूर्वोक्त आदेश देकर जब महादेव जी अंतर्धान हो गए, तब उनकी आज्ञा का पालन......
Blogआज़ादी के दीवानेइतिहासक्रांतिकारीदेशशख्सियत

विनायक दामोदर सावरकर [ 1883-1966 ] आज़ादी के दीवाने “वीर सावरकर”

narendra vala
वीर सावरकर आज़ादी के दीवाने
नमस्कार,  विनायक दामोदर सावरकर (1883-1966)     वीर सावरकर के नाम से प्रसिद्ध विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 1883 में नासिक के निकट भगुर गांव में एक मध्यमवर्गीय चितपावन ब्राह्मण परिवार में हुआ था। दस साल की उम्र में विनायक ने मराठी की चौथी कक्षा उत्तीर्ण की। 1895 में उन्होंने......
Blog

ताम्रपाषाण युग का अलौकिक जीवन “सत्य की शोध”मे पहलीबार

narendra vala
नमस्कार ,                    ताम्रपाषाण युग का जीवन           ताम्र धातु का उपयोग नवपाषाण काल के अंत में शुरू हुआ था| इस्तेमाल की जाने वाली पहली धातु तांबा थी| तांबा और पत्थर के औजारों के उपयोग पर कई संस्कृतियों आधारित......
Blogइतिहासदेशधर्मप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़साहित्य

ब्रह्माजी के 20 सत्य नाम ऋग्वेद से भी पहेले का “सत्यनामा” |

narendra vala
नमस्कार, ब्रहमाजी के सत्य 20 नाम जिसका प्रमाण ऋग्वेद की रचना से भी पहेले अमरकोश मे मिलता है |...
Blogआज़ादी के दीवानेइतिहासक्रांतिकारीदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशख्सियत

महात्मा गांधी के विरुद्ध भारत का पहेला मुकदमा-जेल 1922 मुख्य न्यायाधीश शेलत की कलम से ….

narendra vala
गांधी का पहेला अपराध और जेल
नमस्कार, महात्मा गांधी का मुकदमा  (1922)       महात्मा गांधी और यंग इंडिया के प्रकाशक शंकरलाल बैंकर पर एक साथ मुकदमा चलाया गया और एक साथ सजा सुनाई गई। 1922 में, उन्हें ‘यंग इंडिया’ में चार ब्रिटिश विरोधी भड़काऊ लेख लिखने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए......
Blogइतिहासदेशप्रदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिविदेशशख्सियतसाहित्य

भारत मे गुप्त सम्राटों का शासनकाल “एक गुप्त युग” का ‘सत्यनामा’

narendra vala
गुप्त साम्राज्य
नमस्कार, गुप्त साम्राज्य के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य |  गुप्त वंश के शासकों ने परमेश्वर, सम्राट, परमभट्टरका, महाराजाधिराज जैसी भव्य उपाधियाँ धारण कीं। गुप्त काल में अश्वमेध एक सामान्य प्रथा थी। गुप्त प्रशासन प्रकृति में अर्ध सामंती विकेन्द्रीकृत था। अधिकांश गुप्त शासक वैष्णववादी थे गुप्त काल को विभिन्न क्षेत्रों में......
Blogइतिहासधर्मधर्मसाहित्य

भारत मे ऋग्वेदिक काल की संस्कृति का ‘सत्यनामा’ पहली बार ‘सत्य की शोध’ मे प्रमाण के साथ |

narendra vala
नमस्कार ,                                                                                                ......
Blogइतिहासदेशधर्मब्रेकिंग न्यूज़साहित्य

भगवान श्रीकृष्ण की १६ हजार पत्निया और उनके संतानों के नाम पहली बार ‘सत्य की शोध’ का ‘सत्यनामा’

narendra vala
 नमस्कार ,          श्रीकृष्ण और उनकी पत्नीया और संतानों के नाम        भगवान श्री कृष्ण लीलापुरुषोत्तम की 16108 पत्नियां थी, प्रत्येक पत्नीसे उन्होंने 10-10 पुत्र प्राप्त किए थे| वे समस्त पुत्र शक्ति, सौंदर्य, बुद्धि, यश, संपत्ति और त्याग के ऐश्वर्यो में अपने पिता के समान......
Blogआज का सत्यआज़ादी के दीवानेइतिहासक्रांतिकारीदेशधर्मप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़शख्सियत

में परमवीर चक्र पाना चाहता हु| करगिल शहीद केप्टन मनोज कुमार पांडे की शहीदी का ‘सत्यनामा’ 3 जुलाई 1999

narendra vala
करगिल युद्ध 1999 शहीद केप्टन मनोज पाण्डे
नमस्कार,  में परमवीर चक्र पाना चाहता हु | लेफ़्टेनेंट मनोज कुमार पाण्डे       कैप्टन मनोज कुमार पांडेय (25 जून 1975, सीतापुर, उत्तर प्रदेश — 3 जुलाई 1999, कश्मीर), भारतीय सेना के अधिकारी थे जिन्हें सन १९९९ के करगिल युद्ध में असाधारण वीरता के लिए मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च वीरता पदक परमवीर चक्र से सम्मानित......
Blogआज का सत्यइतिहासदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़मनोरंजनलाइफस्टाइलशख्सियतसाहित्य

तू कही आसपास है | पद्मश्री महम्मद रफ़ी स्वरांजली 31 जुलाई का “रफ़ीनामा”

narendra vala
पद्मश्री महम्मद रफी
नमस्कार , ‘रफ़ी’ साहब आज भी उनकी आवाज़ के जरिये हमारे बीच ही है |       ‘महम्मद रफ़ी’  एक फ़नकार ही नहीं है , एक नाम ही नहीं है , एक ऐसा नाम एक ऐसे फनकार जिनकी बरोबरी आज भी कोई नहीं कर शकता है | ‘रफ़ी’ साहब उस......
Blogआज का सत्यआज़ादी के दीवानेइतिहासक्रांतिकारीदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़शख्सियतसाहित्य

“या तो में तिरंगा फहराकर आऊँगा , या तो में तिरंगे मे लिपटकर आऊँगा” केप्टन विक्रम बत्रा 26 जुलाई करगिल विजय दिवस,

narendra vala
नमस्कार , 26 जुलाई कारगिल विजय दिवस,       1999 के कारगिल युद्ध मे भारत के 527 योद्धाओको हमने खोया है , जाबाज़ सिपाही ही होते है वो हर लड़ाई मे देखते है , यहा हमारे 527 शहीद योद्धाओकी वीरगति का इतिहास एक ही शृंखला मे कह नहीं पाएंगे......
BlogE-paperइतिहासप्रदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़मनोरंजनलाइफस्टाइलविदेश

अखंड भारत के खंडित,मलेशिया-थाइलेंड-सिंगापूर-इन्डोनेशिया-कंबोडिया-विएतनाम का ‘सत्यनामा’

narendra vala
नमस्कार, अखंड भारत के स्वर्ग समान देशो का ‘सत्यनामा’ #मलेशिया :        वर्तमान के मुख्‍य 4 देश मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, वियतनाम और कंबोडिया प्राचीन भारत के मलय प्रायद्वीप के जनपद हुआ करते थे। मलय प्रायद्वीप का दक्षिणी भाग मलेशिया देश के नाम से जाना जाता है। इसके उत्तर......
BlogE-paperइतिहासक्रांतिकारीदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशख्सियत

रग रग हिन्दू ,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जीवन का ‘सत्यनामा’

narendra vala
अटल बिहारी वाजपेयी          [25 दिसंबर 1924 – 16 अगस्त 2018) भारत के तीन बार के प्रधानमंत्री थे। वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक, तथा फिर 1998 में और फिर19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे हिंदी कवि, पत्रकार व......
BlogE-paperआज का सत्यइतिहासदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़शख्सियत

चंद्रयान -3 भारत का सपना PM मोदी का सपना 14 जुलाई का ‘चंद्रनामा’ |

narendra vala
नमस्कार,    चंद्रयान मिशन का ‘सत्यनामा’ अगस्त 2012 से 14 जुलाई 2023        चन्द्रयान (अथवा चंद्रयान-१) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम के अंतर्गत द्वारा चंद्रमा की तरफ कूच करने वाला भारत का पहला अंतरिक्ष यान था। इस अभियान के अन्तर्गत एक मानवरहित यान को २२ अक्टूबर, २००८ को चन्द्रमा पर भेजा गया और यह ३०......
Blogइतिहासदेशधर्मधर्म-साहित्यप्रदेशप्रेरणाब्रेकिंग न्यूज़शख्सियतसाहित्य

भारत का सबसे शक्तिशाली योद्धा और बुद्ध के बाद के बुद्ध सम्राटअशोक का ‘सत्यनामा’

narendra vala
सम्राट अशोकनामा
नमस्कार, चक्रवती सम्राट अशोक के जीवन का ‘सत्यनामा’          सम्राट अशोक (ईसा पूर्व 304 से ईसा पूर्व 232) विश्वप्रसिद्ध एवं शक्तिशाली भारतीय मौर्य राजवंश के महान सम्राट थे। अशोक बौद्ध धर्म के सबसे प्रतापी राजा थे। सम्राट अशोक का पूरा नाम देवानांप्रिय अशोक (राजा प्रियदर्शी देवताओं का प्रिय) था। उनका राजकाल ईसा......
Blogदेशधर्मब्रेकिंग न्यूज़साहित्य

भूमिपुत्र मंगलग्रह और हम , मंगल के सनातनी सत्य का “सत्यनामा”

narendra vala
नमस्कार, प्रिय मांगक का मंगलनामा……….   भारतीय ज्योतिष में मंगलइसी नाम के ग्रह के लिये प्रयोग किया जाता है। इस ग्रह को अंगारक (यानि अंगारे जैसा रक्त वर्ण), भौम (यानि भूमि पुत्र)भी कहा जाता है। मंगल युद्ध का देवता कहलाता है और कुंवारा है। यह ग्रह मेष एवं वृश्चिक राशियों का स्वामी कहलाता है। मंगल रुचक महापुरुष योग या मनोगत......
Blogइतिहासक्रांतिकारीदेशराजनीतिलाइफस्टाइलशख्सियत

‘नरेंद्र दामोदरदास मोदी’ बचपन मे चाई बेचनेसे प्रधानमंत्री तक का ‘मोदीनामा’

narendra vala
नमस्कार ,      नरेन्द्र भाई दामोदरदास मोदी, जन्म:- सितम्बर 17, 1950 वड्नगर [गुजरात]      वडनगर के एक गुजराती परिवार में जन्म हुआ , नरेंद्र ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ वर्ष की आयु में वे......

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Privacy & Cookies Policy
error: Content is protected !!